मंगलवार, 29 अप्रैल 2014

Pandit aur bhooto ka chakkar

                                                   अमर शर्मा  9006357621 
ये कहानी  मेरे दादाजी बहुत बपन मे बताएं थे आज मै आप लोगो को बता रहा  हूँ।  मेरे गाव की चौक की ये कहानि हैँ।  कहा  जाता  हैं की उस समय  भूतो  का काफी नाम था।  सात  बजते  इस चौक से  लोगो का आन जान बन्द हो जाता था।  ऐसा मानना हैं की   यहा पर रोज़ाना भूतो कि गस्ती , हूँआ  करता  था जिस वजह से लोगो का आन जान  बन्द  हो जाता था। शादी   विवाह  का समय था।  एक  ब्राह्मण इसी  रास्ते से जा रहे थे  काफि दूर  चल्ने के बाद रास्ते मै एक खौफ नाक  भुत से पाला  पारा  , ओ भुत  जो था ओ भि  काफि  ज्ञानि  था  क्योकि  ओ  भि  ब्रह्माण ही  था।  ओ एक पेड़  पर बैठा पाठ  पढ़  रहा   था  अचानक उस ब्राह्मण पर नजर परा  ब्राह्मण  घबड़ा  गया   अब क्या होगा क्योकि  उसे शादी कराने के लिये जाना  था  औऱ  ओ  काफि लेंट  मे था भुत ने कहा इतनी  रात को  कहा  जारहे  हो उस पंडित ने कहा  मै शादी कराने जा रहा हूँ  मुझे आज जाने दिजिये  मै आप से बाद मै मिलूंगाः लेकिन  वह  नहि माना  क्योकि ओ भि काफि ज्ञानि  था  आज मै तुम्हे नहि छोड़ूँगा  तो पंडित ने  हनुमान चलिषा  का जाप करने लगा  तो भूतो ने  भि चालु  कर दि कहा  मैँ भि पंड़ित
हूँ  जबतक  मेरा  ज्ञान  का आमना सामने  नहि होगा  तब तक मै तुम्हारे साथ नहि छोड़ूंगा  ब्राहम्ण काफि  ड़र  सा  गये  थे चूकी शादि भि तो कारबाना  था वहा सभि  लोग इंतज़ार कर रहे थे  कब पंडित जि आएंगे।  शादी कैसे होगा  काफी देर तक दोनो के  बिच मै मंत्रो  का बर्तालाप  चला  भुत का कहना  था कि अगर तुम मुझसे जीत जाओ गे  मंत्रो मै तो हम तुम्हे छोर देंगे जब पंडित ने गायत्रीं मन्त्र का आवाहरण  किया  तो उससे आगे  आगे भुत  पढने लगा  काफि देर तक चाला  लास्ट मै कहा  पंड़ित  मै हार  गया  लेकिन ओ  भूत काफी  दयालू था ओ देख  रहा  था  कि ये ब्राह्मण पंडित  लायक  हैं या नहि।  ओ भूत कहा नाम से पंडित नहि होना चाहिए ज्ञान भि होना जरुरी हैं  फ़िर ओ ब्रह्माण माफ़ी माँगा  अब मुझे जाने दीजिये  तो भुत  ने कहा जब तक तुम वहा जाओगे  तब तक तो सुबह हो जायगा।  तुम शादी कैसे कराओ  गे  फ़िर ओ सोच  मै पर गयें  एक उपाय हैं। तुम मेरे हाथ पकरो और हावा मै उड़ा  के ले गये। जा के जहा शादी हो रहा था वहा गिरा दिया।  सभी  लोग चौक  गए पंडित  जि ह्वा मैन से गिरे हैँ ,पंड़ित कह ये सब छोड़ों लडक़ा और लड़की को लाओ और दोनो का शादि शांतीपूर्ण   हो गयां । इस  लिए  कहते हैं इंसान को अपने आप पे घमंड  नहि करना चहिये। 

सोमवार, 24 मार्च 2014

Do Aatmao ki Anokhi milan

                                                      अमर शर्मा     9006357621             
ये  कहानी  कहानी नहीं हैं ये एक सच्ची घटना हैं पटोरी  कि एक गॉव  की  हैं एक लड़का एक लड़की से बहुत प्यार करता था दोनों कि आपसी तालुकात देख के गाव वाले काफी  दुखी थे ये बात सुनकर काफी लोगो जानने लगे थे,  एक दिन लड़की वाले के माँ  पिता  को  इस बात की खबर हुयी  तो गाव के लोगो ने दोनों के शादी   से इनकार  कर दिया  ये बात सुनकर लड़की और लड़का मानो  दिवार की क़यामत  सी  आ  गयी  लड़को वालो को काफी बेजती  और बादनामी   हुवा  एक दिन लड़की का रिश्ता आया किसी दूसरे गाव से ये बात जब लड़को  को पता चला लड़का ने   खुद ख़ुशी कर लिया  सोचा  अब मैं जी के क्या करूँगा  ये देखते  हुए लड़की  किसी दूसरे जगह शादी  से इंकार कर  दिया एक दिन लड़की के  पापा ने लड़की कि शादी बिना पूछे तय कर दी  लड़की के काफी माना करने के वाबजूद उसकी एक भी न चला फिर लड़का   ने   जो अंजाम अपनाया  वही अंजाम लड़की ने अपना लिया  और लड़की ने भी खुद ख़ुशी कर ली ये  बात  सुन कर पुरे गाव मैं सन सनी सी फ़ैल गयी।  इक दिन लड़की नै अपने माँ को मरने के बाद सपने मैं कहा कि मुझे वही लड़का से शादी करनी हैं जिस से मैं प्यार करती हूँ।  ये  बात सुनकर काफी सन सनी फ़ैल गयी फिर लड़को के पिता को लड़का ने सापनो मैं आकर कहा माँ मैं तो मर गया हूँ पर पर मेरी  एक इच्छा हैं  मैं उसी लड़की से शादी  करना  हैं। इस  बात का खाव समझ कर भूल गया फिर  फिर लड़का सामने आकर डायरेक्ट अपना रूप दिखाया तब यकीन हुवा  तब जाकर  दोनों परिवार को अपने किये गलती का यह सास हुआ।  फिर दोनों को शादी कराने का निश्चय  किया फिर दोनों का शादी का दिन परा फिर लड़को वालो कि तरफ से बरात गया निश्चय  दिन तय किया हुवा   बरात काफी अच्छे ढंग से सजाया गया था। सभी लोग चिंचित मैं थे कि अगर लड़का और लड़की अगर नहीं आये  तो फिर क्या होगा।  लेकिन लड़को ने अपने पिता से वादा  किया  था कि  मैं जरुर  आउंगा ये मेरा वादा  हैं ठीक  वाद लड़की ने भी कि अपने माँ से  ये दोनों ने मर के भी अमर कि कथा  सुना  दिया।  लड़की वाले के घर पे  पहुचते जोर से आंधी  आयी जैसे लगता था लोगो को उडा  ले जाएगा। सभी लोग डर के भागने लगे इधर उधर  अचानक हवा का झोका  सांत हो गया फिर लड़का और लड़का और लड़की आयी ऐसा  लग रहा था जैसे रियल मैं शादी हो रहि हैं।  फिर जयमाला  हुवा बहुत से लोगो का तो डर के शारीर पानी पानी हो  रहा था। लेकिन लड़को ने कहा मैं किसी को कुछ नहीं करूँगा मैं आप लोग मुझे  समझे लेकिन मैं आप लोगो और माता पिता को पहचनता हूँ  किसी को कुछ नहीं होगा ये  दो आत्माओ  का  बादा  हैं फिर लोगो के दिल से डर  का खाफ  हटा।  और दोनों का शादी हुआ  और दोनों फिर विलीन  हो गया  सभी लोग आशिर्वाद  दिये।  इस तरह से दो आत्माओ का  शादी हुवा इस लिए कहते हैं सच्चा प्यार मर के भी अमर होता हैं।